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शनिवार, 18 अप्रैल 2015

गुरुदेव के भजन-71(Gurudev Ke Bhajan71))




सुन  बाबा सुन मेरी विनती को सुन ,चरणों में तेरे सदा बीते ये जीवन 


चरणों में आके तेरे शीश को झुकाया ,श्रद्धा के फूल लेके द्वारे तेरे आया 
खाली न मै जाऊगा झोली भरके जाऊगा , दिल की मुरादें सब तुझसे मै पाऊगा
नाम तेरे के बाबा गाऊँगा मै गुण 



दे दे दीदार मुझे प्यास ये मिट जाये ,बैठा हूँ दर पे तेरे आस को लगाये 
नाम का दीवाना हूँ तेरा मस्ताना हूँ ,जोत तेरी का बाबा मै परवाना हूँ 
करदो निहाल सदा गाउँ तेरे गुण 



अपना लो बाबा हमें गम के सताए हुए ,डालो मेहर की नज़र है घबराये हुए 
तुझको ही जाने हम तुझे पहचाने हम ,छोड़ दर तेरा बाबा कही न जाएं हम 
 आये शरण तेरी लाज राखो तुम 


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