बजी है फिर शहनाई दुल्हन तेरे घर आई
झूमेंगे नाचे गायें आज,ख़ुशी की है घड़ी आई
पूरे होंगे तेरे अरमां खुशियाँ मिलेंगी भरपूर
रहे सलामत गम न मिले कभी तुझसे रहे वो दूर
पूरे हो सारे तेरे ख़्वाब मिले जो वो आफताब
दुल्हन तेरे घर आई ---------------------------
संग संग तुम भी चलना उसके करना न इक पल दूर
रहे सलामत जोड़ी तुम्हारी दुआ ये करूंगी ज़रूर
मिलें खुशियाँ अपार फूलों की रहे बहार
दुल्हन तेरे घर आई -----------------------------
@मीना गुलियानी
झूमेंगे नाचे गायें आज,ख़ुशी की है घड़ी आई
पूरे होंगे तेरे अरमां खुशियाँ मिलेंगी भरपूर
रहे सलामत गम न मिले कभी तुझसे रहे वो दूर
पूरे हो सारे तेरे ख़्वाब मिले जो वो आफताब
दुल्हन तेरे घर आई ---------------------------
संग संग तुम भी चलना उसके करना न इक पल दूर
रहे सलामत जोड़ी तुम्हारी दुआ ये करूंगी ज़रूर
मिलें खुशियाँ अपार फूलों की रहे बहार
दुल्हन तेरे घर आई -----------------------------
@मीना गुलियानी
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