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मंगलवार, 12 अप्रैल 2016

माता की भेंट------------------मैंनु तेरा इक आसरा


तर्ज ------तू मेरे प्यार का फूल है


मैंनु तेरा इक आसरा मै निरासरा आया तेरी शरणी
बख्शने वाली माँ बक्शो नादान दी करनी 

जिंदगी च हुए मेथो पाप बहुतेरे 
लख समझाया पर न मनी मन मेरे 
दुनिया तो घबरा गया याद आ गया 
इक तेरा द्वारा ढूंढ थकी संसार न मिल्या कोई सहारा 

दुःखा दर्दा वेले याद आदिया मांवा 
मांवा बिना केहड़ा सुने दिला दीया हांवा 
माँ ते पुत्तर दी प्रीत नू जग रीत नू 
हुन आके निभाओ जानके पुत अनजान मैया मेनु चरणी लगाओ 

तू ही दस माँ मै केहड़े दर जांवा 
दुःखा वाला हाल जाके किनू मै सुनावा 
तेरे बिना कोई होर न बन कठोर न 
सुन दासी दी अर्जी मै ता चरणी आ गई मेनु ला ले चरणी 
@मीना गुलियानी 

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