देखो गोरी को आवत लाज, घूंघट गोरी उठाए न आज
करता चंदा भी गोरी पे नाज़ ,कितना खुश है पाके आज
गोरी की चंदा से हो गई बात
कितनी सुहानी हो गई रात
देखो मस्ती में झूमे दिल आज
गाने दो उनको प्रेम के राग
गोरी की चूड़ी खनकती है आज
पायल की छमछम बजती है आज
देखो मोर भी नाचे गाए है गीत
दोनों के प्रेम की हो गई जीत
बरखा सुहानी झूमके आये
तन मन सुधियों को महकाए
आंचल गोरी का उड़ उड़ जाए
गोरी का दिल धड़का जाए
@मीना गुलियानी
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