यह ब्लॉग खोजें

बुधवार, 13 अप्रैल 2016

माता की भेंट --------आजा माँ पहाड़ा वालिये

तेरा बचडा नीर बहाए , आजा माँ पहाड़ा वालिये
तेनू रो रो हाल सुनाये ,आजा माँ पहाड़ा वालिये 

इक दासी माँ कहंदी तेनू ,शीश नवांदी हरदम तेनू 
तू जाने गर बचडा मेनू ,बैठी दर ते झोली फैलाए 
आजा माँ -----------------------------------------

जिंद निमाणी कहंदी तेनु ला सीने नाल दाती मेनू 
याद सदा रहे तेरी मेनू लाड तुध बिन कोण लडाए 
आजा  माँ ------------------------------------------

हन्जुआ दे मै हार बनावा तेरे दाती चरणी चढावा 
लाज रखी मै कहंदी तनु बैठी दोनों हत्थ पसारे 
आजा माँ ------------------------------------------
@मीना गुलियानी 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें