जो जय मैया की बोले वो भगत कभी न डोले
मेरी जगदम्बिके मैया दास की पार कर नैया
दर्शन को चाहूँ आना
चरणों में मन लगाना
आये जो द्वार दे दो दीदार जयकार भगत बोले
औगुन न माँ चितारो
सेवक समझ निहारो
हूँ गुनहगार , औगुन हज़ार ,दिल के है हाल खोले
मैया जी पल में आई
छिन देर न लगाई
भक्तों का प्यार, हो सिंह सवार ,दुर्गा किवाड़ खोले
@मीना गुलियानी
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