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मंगलवार, 7 अप्रैल 2015

गुरुदेव के भजन-09 (Gurudev Ke Bhajan-09)




मुझे आस तेरी बाबा, न निराश मुझे करना
सब कष्ट हरो मेरे, आंचल की छाँव करना


मेरे मन के द्वारे में, तुम करलो बसेरा बाबा
तेरी जोत जले मन में, हो दूर अँधेरा बाबा
मै आया शरण तेरी, मुझे दर्श दिखा देना


मेरी आस का ये  बंधन, कहीं टूट न जाए
क्या सांस का भरोसा, पल आये कि न अाये
मेरे नैन प्यासे है, मेरी प्यास बुझा देना


सब देख लिया जग में, बाबा कोई नहीं अपना
सब झूठे नाते है, जग सारा इक सपना
मै भटका राही हूँ, तू राह दिखा देना 

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