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बुधवार, 8 अप्रैल 2015

गुरुदेव के भजन-10 (Gurudev Ke Bhajan-10)




चलो बुलावा आया है बाबा ने बुलाया है
घाटगेट में बाबा ने मैया का भवन बनाया है

गम से भरी इस दुनिया में बाबा तेरा एक सहारा है
सबसे नाता तोड़के बाबा मैने तुझे पुकारा है
मुझे अपना लो गले से लगालो दुनिया ने ठुकराया है


 तेरे चरण की धूल जो पाये वो हीरा हो जाता है
 दर्शकर हर इक प्राणी सोया भाग्य जगाता है
खाली न जाये कोई सवाली जो भी इच्छा लाया है


मै हूं  बाबा एक अभागन दुःख मेरा तुम पहचानो
मरू जियूँ मै तेरे दर पर तुम मानो या न मानो
दिल में तेरे नाम का बाबा मैने दीप जलाया है 


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