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मंगलवार, 14 अप्रैल 2015

गुरुदेव के भजन-54 (Gurudev Ke Bhajan-54)




 मेरे दिल ने तुझे अब दी है सदा , मेरी बारी मत देर लगा 
तुम सुनके सदा मेरी आ जाओ 

मेरी नैया की पतवार बाबा तेरे हाथ में है 
मेरे सांसो की भी तार बाबा तेरे हाथ में है 
जीवन की धूप छांव बाबा तेरे हाथ में है 

बाबा सारी कायनात तेरा नाम ले रही है 
सूरज की किरण झुककर चरणो को छू रही है 
सारे जग को ख़ुशी का ये पयाम दे रही है 

जिसका न कोई बाबा तू उसका आसरा है 
तेरा प्यार पाके भूले गमगीन गम यहाँ है 
चमकाओ मेरी किस्मत खाई ठोकरें यहाँ है 

सुना है मैने तो बाबा दुखियों का तू खुदा है 
दो जहाँ का तू वाली सुन मेरी ये सदा है 
रखना तू हाथ सिर प  ये मेरी इल्तज़ा है 


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