यह ब्लॉग खोजें

शुक्रवार, 10 अप्रैल 2015

गुरुदेव के भजन-24 (Gurudev Ke Bhajan-24)



बाबा जी इस झूठी दुनिया से नाता तोड़ के जी तोड़ के
मै आई रे तेरे लिए सारा जग छोड़ के


दिल टूटा  ये  जग छूटा मोहमाया का बंधन टूटा
दिल में बसाया तुझे जान लिया जग झूठा
जाना न साथ मेरा छोड़ के जी छोड़ के


बाबा जी तुम सुनलो आकर शरण पड़ी हूँ मै तेरी
जल्दी से आना बाबा करना न देरी
भूल न जाना नाता जोड़के जी जोड़के


बाबा जी तेरे दर्शन को मनवा मोरा ये तरसे
दरस दिखाओ नैना ये बरसे
जाना न मेरा दिल तोड़के जी तोड़के 


________________________________****________________________________

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें