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शनिवार, 11 अप्रैल 2015

गुरुदेव के भजन-35 (Gurudev Ke Bhajan-35)




तेरे दर्श को आये है ओ बाबा आस ये  लाये है 
अपना लो या ठुकरा दो ओ बाबा जग के सताए है


झूठी सारी दुनिया है , हो जैसे कोई सपना
झूठे है  नाते - नहीं कोई अपना
ये नाते -ये नाते -ये नाते किसने निभाए है


कई जन्मों के बाद , ये हीरा जन्म है पाया
पर माया ने - हमें है भरमाया
ये जीवन - ये  जीवन  - ये जीवन वृथा  गवाए है


करी कोई न कमाई ढंग की, ये पैसा काहे जोड़ा
ये भी न सोचा - है ये रैन बसेरा
पाप तो - पाप तो - पाप तो  हमने कमाए है 



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