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सोमवार, 23 मई 2016

भजनमाला -------10

जीवन की घड़ियाँ बिरथा न खो हरि ओम जपो- हरि ओम  जपो 

हरि ओम ही सुख का सार  है ,जीवन इसके आधार है 
माया की प्रीति मन से तजो --------- हरि ओम  जपो 

चोला मिला है कर्म का ,करने को सौदा धर्म का 
कोड़ी के बदले हीरा न खो ------------- हरि ओम  जपो 

मन में बसा ले हरि ओम को ,साथी बना ले हरि को 
चादर लम्बी न तान के सो --------- हरि ओम  जपो 

मन की गति को सम्भालिए ,ईश्वर ओर इसे डालिए 
जीना जो चाहे जीवन धो ---------- हरि ओम  जपो 

हर में हरि पहचान ले ,सांसो की कीमत जान ले 
नर तन का आवन हो कि न हो ------ हरि ओम  जपो 
@मीना गुलियानी

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