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रविवार, 1 मई 2016

जियरा मोरा तड़पत आज


आज पिया जी मिलने को आओ
नैनन की मोरी प्यास बुझाओ
जियरा मोरा तड़पत आज -----------------------सैंया

देखो गगन पे छाये है मेघ
बरखा बहार लाई है वेग
झूमे धरती झूमे आकाश
आओ खेलें मधुबन में रास ---------------------सैंया

नैया है मेरी आई मँझधार
किश्ती के तुम ही खेवनहार
तुम बिन नैया उतरे न पार
डोले इत उत सूझे न द्वार ---------------------सैंया

जीवन का मेरे तुम ही संगीत
वीणा ये मेरी गाए है गीत
हम दोनों में हो गई प्रीत
देखो हमारी हो गई जीत ------------------------सैंया
@मीना गुलियानी 

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