तुम बिन कैसे पाऊँ किनारा
हर किसी को तुम जैसा मिले न सहारा
ऐसी कोई मौज नहीं जिसको कोई खोज नहीं
कोई न कोई किसी को लगता है प्यारा
जैसे सूरज से धरती मिले तारों से जैसे चन्दा मिले
कभी न कभी तो मिलन होगा तुमसे हमारा
हम तुम दोनों है ऐसे जुड़े जैसे सीप से मोती जुड़े
कभी न होंगे हम जुदा ये है वादा हमारा
@मीना गुलियानी
हर किसी को तुम जैसा मिले न सहारा
ऐसी कोई मौज नहीं जिसको कोई खोज नहीं
कोई न कोई किसी को लगता है प्यारा
जैसे सूरज से धरती मिले तारों से जैसे चन्दा मिले
कभी न कभी तो मिलन होगा तुमसे हमारा
हम तुम दोनों है ऐसे जुड़े जैसे सीप से मोती जुड़े
कभी न होंगे हम जुदा ये है वादा हमारा
@मीना गुलियानी
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