तू मेरा नसीब है तू मेरे करीब है
तू दिल जान मेरी तू मेरा हबीब है
तू है मेरे दिल में बसा
मेरी रूह तक पहुंचा
कैसे करूँ दूर तुझे -तू मेरा रकीब भी है
नेकी और बदी से बंधा
अजब इक रिश्ता है तू
क्या कहूँ कैसे कहूँ - तू मेरे करीब भी है
तुझे हर पल चाहा
तुझे हर पल पूजा
दुनिया के ताने सहे -तू मेरा नसीब भी है
@ मीना गुलियानी
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