दुनिया वाले भी सजा उनको सुना देते है
जो मुहब्ब्त में जां अपनी लुटा देते है
उनकी नज़रो में पैसे का कोई मोल नहीं
ताज़ और तख्त जवाहर लुटा देते है
इश्क वाले तो न सुनते है किसी भी भला
दिल तो है दिल वो खुदाई भी लुटा देते है
दिल में अरमान लिए फिरते है हर कूचे में
हीर राँझा की तरह जान अपनी लुटा देते है
@मीना गुलियानी
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