यह ब्लॉग खोजें

बुधवार, 25 मई 2016

भजनमाला ----12

मेरे देवता मुझको देना सहारा 
कहीं छूट जाए न  दामन तुम्हारा 

तेरे रास्ते से हटाती है दुनिया 
इशारे से मुझको बुलाती है दुनिया 
न देखूँ मै दुनिया का झूठा इशारा 

सिवा तेरे दिल में समाए न कोई 
 यह आशा का दीपक बुझाए न कोई 
तुम्हीं मेरी नैया तुम्ही हो किनारा 

सुबह शाम तेरे ही गीत मै गाऊं 
यह मोहनी मूरत मन  में बसाऊं 
तेरा नाम सारे जगत से है न्यारा 
@मीना गुलियानी 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें