दिल ये दीवाना है सबसे बेगाना है
दीवाना दिल है ये दिल बेगाना
बेचैन रहता है चुपके से कहता है
मुझको धड़कने दो अरमा बहकने दो
काँटों में कलियों में फूलों की गलियों में
फेरा लगाने दो छोडो जी जाने दो
खो न मै जाऊँगा मै लौट आऊंगा
तुमने तो सोचा ये अच्छा बहाना है
चुपके चिनारों में मस्त बहारों में
बैठे रहें गुमसुम खोये हुए हम तुम
बागों बगीचों में इन दर दरीचों में
दिलकश नज़ारों में ठंडी फुहारों में
मुझको बुलाओ न यूं तुम सताओ न
बेचैन करके फिर कहते हो जाना है
@मीना गुलियानी
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