राम न विसार बन्दे राम न विसार
खाली आना खाली जाना धन यौवन का नहीं ठिकाना
इसमें न कुछ सार है बन्दे --------------राम न विसार
ये दुनिया दो दिन का मेला न तू किसी का न कोई तेरा
जीवन है दिन चार ओ बन्दे --------------राम न विसार
जग में फूल खिले रंगीले सुन्दर प्यारे और रसीले
मत करना कोई प्यार ओ बन्दे --------राम न विसार
भूले राही सुनते जाना झूठे जग में न भरमाना
तेरी मंजिल उस पार है बन्दे -------------राम न विसार
@मीना गुलियानी
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