यह ब्लॉग खोजें

शुक्रवार, 27 मई 2016

भजनमाला ------15

तेरे पिछे रेहनगियां तेरियां कहानियाँ 
नेकियाँ ते बदिया ऐहो दो निशानियाँ 

घर वाले रोवणगे कमाके ले आंदा सी 
सुख असी भोगदे दुःख ओ उठान्दा सी 
सुखकर याद सबने अखा  नी वहानियां 

चुक के मोड्या ते जदो ले जावणगे 
गुण  अवगुण तेरे  पिछे पिछे गावांगे 
 शुरू तो ऐ जग दीया रस्मा पुरानिया 

कोई तेनू भला कहके  गुण तेरे गावेगा 
कोई तेनू  बुरा कहके अखा मटकाएगा 
करनगिया गल्लां  बहके यारा दिया ढाणियां 

चिता विच रखके जदो  दाह तेनू लावनगे 
 तोड़ तोड़ तिनके जदो घरां नू आंवनगे 
फिर किसे तेरियां ओसियां न पानिया 

चार दिन जिंदगी नाम जपके बिताई जा 
राम नाम जपि जा ते  वक्त लंघाई जा 
 गल्लां ने जग विच  याद रह जाणिया 
@मीना गुलियानी 


  

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें