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गुरुवार, 19 मई 2016

भजनमाला --- 5

प्रेम हो तो श्री हरि से प्रेम होना चाहिए

दिन बिताया ऐश और आराम में तुमने अगर
रात को सुमिरन हरि का करके सोना चाहिए

मखमली गद्दों पे सोये तुम यहाँ आराम से
सफर लम्बे के लिए भी कुछ बिछोना चाहिए

बीज बोकर बाग़ के फल खाये है तुमने अगर
वास्ते परलोक के भी कुछ तो बोना  चाहिए

हरि भजन से लौ लगा जंजाल दुनिया छोड़ दे
राम भज आनन्द पाके मगन  होना चाहिए
@मीना गुलियानी 

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