छेड़ दिया फिर मन वीणा का तार
किसी ने चुपके चुपके चोरी चोरी
बात अधूरी हो गई पूरी
सारे सपने हुए सिन्दूरी
रात को फिर से सपने सुहाने
भोर आई है हम को जगाने -----------चुपके चुपके चोरी चोरी
दिल की वीणा ने गीत है गाया
प्रीतम प्यारा आन मिलाया
बजने लगे फिर घुंघरू ऐसे
नृत्य की ताल पे छमछम जैसे ----------चुपके चुपके चोरी चोरी
आंचल फैला और लहराया
हो गई बेसुध कंचन काया
ऐसा मद है किसने पिलाया
दीवाना दिल उसने बनाया ----------------चुपके चुपके चोरी चोरी
@मीना गुलियानी
किसी ने चुपके चुपके चोरी चोरी
बात अधूरी हो गई पूरी
सारे सपने हुए सिन्दूरी
रात को फिर से सपने सुहाने
भोर आई है हम को जगाने -----------चुपके चुपके चोरी चोरी
दिल की वीणा ने गीत है गाया
प्रीतम प्यारा आन मिलाया
बजने लगे फिर घुंघरू ऐसे
नृत्य की ताल पे छमछम जैसे ----------चुपके चुपके चोरी चोरी
आंचल फैला और लहराया
हो गई बेसुध कंचन काया
ऐसा मद है किसने पिलाया
दीवाना दिल उसने बनाया ----------------चुपके चुपके चोरी चोरी
@मीना गुलियानी
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