नैया मेरी ढूँढे किनारा
कहाँ हो प्रीतम आओ, मुझे क्यों बिसारा
तुम बिन मेरा कोई नहीं
साजन सुध क्यों लेते नहीं
तेरे बिना है सूना सूना आँगन हमारा
दिल को कैसे चैन मिले
जब तुमसे है नैन मिले
खो गया दिल का मेरे अब तो सुकूँ सारा
@मीना गुलियानी
कहाँ हो प्रीतम आओ, मुझे क्यों बिसारा
तुम बिन मेरा कोई नहीं
साजन सुध क्यों लेते नहीं
तेरे बिना है सूना सूना आँगन हमारा
दिल को कैसे चैन मिले
जब तुमसे है नैन मिले
खो गया दिल का मेरे अब तो सुकूँ सारा
@मीना गुलियानी
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