रिमझिम बरसे बादरवा गुरूजी का नाम बोले,
दर्श दिखाजा गुरूजी दर्श दिखाजा
दूर दूर से तेरे भक्त यहाँ आते हैं
प्रेम से श्रद्धा भाव से शीश झुकाते हैं
फूलों की वर्षा हो रही है प्रेमी जयकारे बुलाते
दर्श ------------------------------------------
तेरे द्वार पे झंडे गुरूजी झूल रहे झूल रहे
द्वारे तेरे पे नौबत बाजे गूंज रहे गूंज रहे
दिल की सदाएँ सुनते जो भी दुखियारा पुकारे
दर्श ----------------------------------------------
कृपा करो गुरूजी तेरे द्वार पे आता रहूँ आता रहूँ
श्रद्धा और प्रेम से तुझको ध्याता रहूँ ध्याता रहूँ
दिल में उमंगे भरके तुमको पुकारते आये
दर्श -------------------------------------------
@मीना गुलियानी
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