मैं तो भूल गया अपनी भी राह ,गुरूजी बचाने वालया
मुझे सत्यपथ बतला , नाम को जपाने वालया
कैसे करूँ पूजा करना न जानू
भटक गया हूँ कहना न मानूँ
मुझे सीधी राह बता -------------
तेरे सिवा मेरा कोई और नहीं है
मेरे लिए इस जहाँ में ठोर नहीं है
-मुझे अपनी शरण लगा ----------
भंवर में अपनी नाव पड़ी है
कैसे करूँ पार मुश्किल बड़ी है
मेरी पतवार चला --------------------
@मीना गुलियानी
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