तुम सुनके सदा मेरी आ जाओ आ जाओ आ जाओ
मेरी दिल की धड़कनें तेरा नाम ले रही हैं
ये सारी कायनात तुझे याद कर रही है
कबसे गुरूजी तुमको आवाज़ मैंने दी है
जिसका न कोई जग में तू उसका हो गया है
यही जानती हूँ मैं भी सबसे यही सुना है
हमपे तरस खाओ सुनो दिल की ये सदा है
जीवन की बागडोर तेरे हाथ सौंप दी है
मेरी सांसों की डोरी तेरा नाम ले रही है
सुनलो सदायें सबकी यही तुझसे इल्तज़ा है
@मीना गुलियानी
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