आज तेरा यूँ रूठकर चले जाना
मेरे को तोड़ गया कबसे थी तमन्ना
मिलेंगे तुमसे बस अनचाहा हो गया
खिले फूल गुलशन के बहारों ने उन्हें
विकसित किया दिल गुनगुनाया
मुझे भूला वो परदेसी लौट आया
@मीना गुलियानी
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