मैं गुरूजी के द्वारे चली रे , लेके फूलों हार और श्रद्धा अपार
करने जीवन का उद्धार------------ मैं तो चली रे -------------
तेरे नाम को जो भी ध्याये वो तो झोली भरा के ले जाए
जो भी दर्शन को आया नया जीवन उसने पाया
जिन्दगानी उसकी तो बनी रे -------------------------------
जो भी श्रद्धा लेके आया गुरूजी ने नसीब जगाया
पहले जपते जो नाम उनको देते हैं वो धाम
उसकी सारी विपदा टली रे --------------------------------
@मीना गुलियानी
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