दिल भी भीग गया इतना गहरा चढ़या ओये
सत्संग रंग की इक यही निशानी है
गहरे रंग में डूबा सर ऊपर पानी है ---
कैसे उबरें हम इतना रंग गहरा ओये
सतगुरु कृपा बिना न उतरे गहरा ओये ----
उनकी कृपा की बस यही निशानी ओये
सर पे हाथ उनका बड़ी मेहरबानी ओये ---
@मीना गुलियानी
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