गुरूजी तुम कृपा करो तेरे दर पर आऊँ मैं
मेरे सिर पर हाथ धरो तो भव तर जाऊँ मैं
तेरे सिवा न कोई मेरा
झूठा जग ये सारा है
तेरी कृपा से पाया
इक तेरा ये द्वारा है
तुम पार करो भव से
उस पार उतर जाऊँ मैं ----------------------
जिस पर कृपा होती
वो बन जाता है मोती
इस जग में वो चमके
जैसे हीरे की ज्योति
सच्चाई समझ आये तो
पल में ही उबर जाऊँ मैं -------------------
@मीना गुलियानी
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