दुनिया के मोहजाल से उबर गया
लाखों तूने तारे भव से उबारे
कितने अनाथों के बने तुम सहारे
तेरा नाम जपके भंवर से तर गया ---
तेरे दर पे जो भी आये सवाली
कितने दुखियारों की करी रखवाली
सुना जिसने नाम तेरा वो तर गया ---
मिला है सहारा पाया तेरा द्वारा
सबके लिए है मुक्ति का द्वारा
अलख निरंजन नाम मिल गया ----
@मीना गुलियानी
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