झूठी इस दुनिया से मैं तो मुख मोड़के
मैं आई रे तेरे द्वारे सारे नाते तोड़ के
द्वार मिला मेरा भाग्य खुला मुझको तेरा दीदार मिला
खुशियों के मेले लगे मुझे अनुराग मिला
जाना न कभी दिल तोड़के जी तोड़के -------------------
डोर बंधी तेरे रंग में रंगी चली आई तेरे दर्शन को
नाम रटूँ हरदम मुझको खुमार मिला
दुनिया से नाते सारे तोड़के जी तोड़के ----------------------
मैं अज्ञानी ज्ञान सीखा दो हमको तुमसे आस है
गुरूजी तुम सुनते हो सबकी हमको विश्वास है
खोले हैं भंडारे दिल खोलके जी खोलके ---------------------
@मीना गुलियानी
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