दिल करता ओ गुरू महाराज मेरा दिल करता
दर तेरे पे आऊँ फूलों की माला पहनाऊँ
दर पे डेरे लगाऊँ ------------------------------
तेरा प्यारा भवन जी कितना रंगीला है
हर पल लग रही भक्तों की लीला है
करदो निहाल सबको ---जिसने पुकारा है ----
अपने भक्तों की तुम रखते हो लाज जी
तभी तो सारे भक्त करते हैं आस जी
बनके सवाली मैं भी----- दर तेरे आया --
दर्शन की प्यास मुझे कुछ भी न मांगू
दर्श जो भिक्षा दे दो कुछ न मांगू
भक्ति में डूबे सारे -----भक्तों ने पुकारा ------
@मीना गुलियानी
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