पहले गुरु महाराज को मनाएँ , फिर शुभ काम करें
उनके चरणों से शीश झुकाएँ ,फिर शुभ काम करें
रूप गुरूजी का कितना है न्यारा
जैसे सूरज चाँद और तारा
अलख निरंजन रूप ध्यायें -----------------------------
धाम गुरूजी का इतना प्यारा
सोढ़ाला में है इनका द्वारा
इनके चरणों में हाज़री लगायें -------------------------
जो भी दुखिया दर पे आये
खाली झोली भराके ले जाए
उनके चरणों में शीश नवाएँ -----------------------------
जो कोई इनकी शरण में आये
दूर भाग जाएँ काले साये
रहमत गुरूजी उसपे बरसाएँ ---------------------------------
@मीना गुलियानी
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