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रविवार, 7 जून 2015

माता की भेंट - 124


तेरे दर आऊँ तेरा दर्श मै पाऊँ  खाली लौटके न जाऊं
 मेरी माँ----करदे मेहरबानियाँ 

तू है माता भोली,  भर देती है झोली 
मुझे पार  लगाना माँ , मेरी नैया डोली 
सुन माँ दुःख भरी कहानियां 

तेरे दर आया हूँ ,  माँ गम का सताया हूँ 
दुःख दूर करो मेरे,  जग का ठुकराया हूँ 
मेरी माँ दे दो शक्ति , करूँ मै भक्ति 
जलाऊँ जोते नुरानिया 

तेरा सहारा है ,  माँ ऊँचा द्वारा है 
तेरे भक्तो को लगता, तेरा नाम प्यारा है 
तू भव से तारे , पार उतारे 
कैसे भूले क़द्रदानिया 

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