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मंगलवार, 2 जून 2015

माता की भेंट - 69



जय जय बोलो जय जय बोलो जय जय बोलो महारानी की 
कलयुग में जोत प्रचण्ड हुई इस ज्वाला महारानी की 

अटल जोत तेरी कहलाई , जब माता तूने शक्ल दिखाई 
तेरे भवन पे राजा अकबर ने , जब बात करी अभिमानी की 

जगमग तेरी जोत निराली,  दे दो दर्शन ओ शेरो वाली 
आखिर चरणो में आके गिरा, वो जिसने बात करी  नादानी की

तू जग जननी सबकी दाता , खाली नही कोई दर से जाता 
चरणो में मुझे माँ रहने दो , ये अर्ज मैया तेरी दासी की 

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