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बुधवार, 3 जून 2015

माता की भेंट - 84



सुनले पुकार आई आज मैया तेरे द्वार 
लेके सधरा दे हार जोता वालिये 

छड्के जहान मै ते आई तेरे द्वारे 
दुखिया नू मैया आके दे दे सहारे 
खड़ी  अड़ झोली मैया खैर तू पा दे 
डुब जाये न बेडा आके पार लगा दे 

आसरा ऐ तेरा मैया तेरा है सहारा 
चमकेगा मेरा दस कदो माँ सितारा 
बैठी जगदम्बा तेरी जोत जगाके 
कदो माँ दिखावेंगी दर्शन तू आके 

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