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बुधवार, 3 जून 2015

माता की भेंट - 79



दर पे बुला , सुन ले सदा 
मेरे नैना दीवाने तरसे माँ 

बरसो से तूने मेरी आस न पुजाई 
अर्ज सुनो मेरी अम्बे महामाई 
हमपे मेहर की नज़रे करदो माँ 

भक्ति करू मै तेरी बन माँ सहाई 
एक बार दर पे बुला ले महामाई 
मुझको एक इशारा करदे माँ 

रो रो के मेरी मैया आँख भर आई 
तूने करी  न अम्बे मेरी सुनाई 
रहम अपने बच्चो पे करदे माँ 

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