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सोमवार, 8 जून 2015

माता की भेंट - 137



मैया मैया भगत पुकारे , आजा शेरा वाली माँ 
झोली अड़ तेरे दर ते खड़ा हाँ , भरदे झोली खाली माँ 

तेरी जग तो जोत निराली मात पहाड़ा वाली 
जो वी  तेरे दर ते आये , जाये कदी न खाली 
सबदि झोली भर भर भेजे , कोण गया दस खाली माँ 

छैनया दी झंकार पई आवे , भगत ने भेंटा गान्दे 
जय माँ शक्ति शेरा वाली , खूब ने पये बुलांदे 
करदी आशा पूरियां सबदी ओ जगदी रखवाली माँ 

विषया विकारा दी ठानी ने जिन्दड़ी मेरी घेरी 
ठोकरा खा खा डिग डिग के मै शरण लई माँ तेरी 
सारे जग दी सुणन वालिये , सुण ले विनती मेरी माँ 

हत्थ विच खंडा शेर सवारी लगदी कैसी प्यारी 
ध्यानू भगत दी महारानी तू , बिगड़ी खूब सवारी 
दास वि खड़ा द्वारे तेरे, तू ही बख्शन वाली माँ 

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