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रविवार, 7 जून 2015

माता की भेंट - 126

देखो देखो माँ का अजब नज़ारा है ,  कैसा सुन्दर  द्वारा है 

आज माता ने भक्तो की कर लीनी सुनवाई 
अपने हाथो से भगतो की बिगड़ी बात बनाई 
सबके काज सवारे  तू माँ,   भव पार करे सबको तू माँ 
सारे  देखो फैला उजियारा है 

माता जी तुम कृपा करना दर पे तेरे  आये 
तेरे गले  में फूलो की ये  माला हम पहनाये 
मेरी माता  तू है भोली, भर देती सबकी झोली 
दुखियो की तू हमजोली-  हमजोली 
मेरी माता तू आधार हमारा है 

माता जी तेरे रूप के देखे ,  हरदम हम तो नज़ारे 
तेरे नाम की लीला गाये दर पे प्रेमी सारे 
आस पूरी करो सबकी माता, तू तो दीनो की है दाता 
तू है सबकी भाग्यविधाता -विधाता 
रूप तेरा सारे जग से न्यारा है 

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