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मंगलवार, 2 जून 2015

माता की भेंट - 74



देवी द्वारे जाई भगता तेरी आस पूरी हो जाएगी 
वेला न गवाई भगता तेरी आस पूरी हो जाएगी 

अस्सू दी बहार होइया  संगता तैयार वे 
नाल तू वि पहुंच जावी माता दे दरबार वे 
जय जय तू बुलाई भगता तेरी आस पूरी हो जाएगी 

दो घड़ी बैठ कदी नाम न ध्याया तू 
पापा विच फंसके ते जीवन गंवाया तू 
भुला बक्शाई  भगता तेरी आस पूरी हो जाएगी 

निश्चा दे नाल जेह्ड़े चरण च आवंदे 
मंगिया मुरादा ओह मैया जी तो पावन्दे 
निश्चा तू टिकाई भगता तेरी आस पूरी हो जाएगी 

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