तेरे सामने माँ ये विनती करूँ , मेरी नैया पार लगा देना
अगर भटक जाऊँ इस दुनिया में, मुझे आके राह बता देना
तूने दुष्टो का संहार किया , भक्तो का बेडा पार किया
माँ जिसने तुमको याद किया , उसको भी तुमने तार दिया
अबकी बारी मेरी है माँ , मेरी माँ लाज बचा लेना
तेरे द्वार पे जो भी आता है , मनवांछित फल वो पाता है
जो दर्शन करले एक बार , वो भवसागर तर जाता है
ऐ मेरी शेरा वाली माँ, मेरी बिगड़ी बात बना देना
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