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मंगलवार, 2 जून 2015

माता की भेंट - 70



जयकारा बुलाना -बुलाना ,  मैया  के दर जाना है - जाना 
दुर्गा भवानी आई रे  - दुर्गा 
सारे बोले जयजयकार ,  मेरी मैया  दरबार 
देखो सिंह पे सवारी आई रे - आई दुर्गा 

मैया के द्वारे जो भी आवे ,  खाली झोली भर ले जावे 
मैया वरदाती है  आस पुजाती है , वो तो दुखड़े मिटाने आई रे - आई दुर्गा 

ब्रह्मा विष्णु द्वारे पे गावे , शिव शंकर तेरा ध्यान लगावे 
सिह सवारी है , लगती वो प्यारी है , वो तो आस पुजाने आई रे - आई दुर्गा 

ध्यानू भगत तेरे द्वारे पे आवे , काटके शीश वो भेंट चढ़ावे 
माँ शेरा वाली है , माँ मेहरा वाली है ,वो तो बिगड़ी बनाने आई रे -आई दुर्गा 

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