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सोमवार, 8 जून 2015

माता की भेंट - 142



तू मैया भोली है , कि भरती झोली है 
द्वारे आएंगे हम ज़रूर 
मेरा मन तुझको पुकारता 

आये मैया आये , हम तो तेरे द्वार पे 
आस पुजादो मैया , तोड़े नाते संसार के 
इंतज़ार है मैया - है मैया -तेरे दीदार का 

तूने मेरी मैया , है लाखों पापी तारे 
सुनलो मेरी विनती , हम है तेरे सहारे 
काट दो हे मैया - हे मैया  - बंधन ये जाल का 

तेरी शरण है माता , गले से तुम लगा लो 
काटो भव के बंधन ,  माँ हमे अपना लो 
आसरा है मैया - है मैया -तेरे ही द्वार का 

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