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रविवार, 7 जून 2015

माता की भेंट - 129


 तर्ज ---तेरी दुनिया से दूर 

माँ जगदम्बे जी का नाम,  करे पूर्ण सारे  काम भक्तो याद रखना 
गाओ  इनके गुणगान , महिमा इनकी महान भक्तो याद रखना 

माता जी की महिमा जगत से न्यारी,   है प्यारी कितनी 
जो भी नाम ध्याये , माँ पार लगाये ,  है भारी  कितनी 
है भारी कितनी ,  है प्यारी कितनी 
कर देती दुःख दूर, देती शक्ति भरपूर भक्तो याद रखना 

माता का द्वारा , झूले झंडा प्यारा , दुलारा कितना 
हवा में लहराए , और मन उमड़ा जाये , निराला कितना 
है निराला कितना,  है दुलारा कितना 
देखो मैया जी का रूप.  शेर सवारी है अनूप  भक्तो याद रखना 

शेरो पे करे सवारी ,  मैया जी लगे प्यारी ,  है भोली भाली 
दुःख भक्तो के टारे , पल छिन में उबारे , है भक्तो की वाली 
है भोली भाली , भक्तो की  वाली 
माँ को भक्तो से प्यार , देती खुशियाँ हज़ार भक्तो याद रखना 

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