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मंगलवार, 28 जून 2016

भजनमाला ---59

हे दयामय आपका हमको सदा आधार हो
आपके भक्तो से भरपूर ये परिवार हो

छोड़ देवें काम को और क्रोध को मद मोह को
शुद्ध और निर्मल हमारा सर्वदा आचार हो

प्रेम से मिल मिलके सारे गीत गाएँ आपके
दिल में बहता आपका ही प्रेम पारावार हो

जय पिता जय जय पिता हम जय तुम्हारी गा  रहे
रात दिन घर में हमारे आपकी जयकार हो

पास अपने हो न धन तो उसकी कुछ परवाह नहीं
आपकी भक्ति से ही धनवान ये परिवार हो
@मीना गुलियानी

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