रुकना नही सफर में बढ़ते ही जाना है
कभी मिलती है खुशी तो कभी मिलता है गम
कभी कुछ भी ज़ाहिर तुझपे न होने देंगे हम
चुपचाप हर गम हमको हँसते हँसते सहे जाना है
मर मर के हम तो तन्हा ऐसे जिए
घुट घुट के जिए हमने आंसू पिए
अश्क़ों को कसम न आंसू बहाना है
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