कि तेरा प्यार तुझसे हुआ है जुदा
न यूँ जज़्ब कर अश्कों को
खुलके रोने दे अब मुस्कुरा
कि बह गया है तेरे दिल का गम
फना होने दे रूह को न तड़पा
न इतना बोझ सह पायेगी ये
इस उम्र में न तू दिल को लगा
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