उसके आने से सुबह होती है
फिर शुरू होता है
पक्षियों का कलरव
फूलों का खिलना
पत्तियों में कम्पन से
ज़ाहिर होती है
उसकी विकलता
मनोरम दग्धता
दीपशिखा सी रोशन
अरुणाभ शरीर
जुगनू सी जगमगाहट
मौन होना
शब्दों का बोलना
शब्दों का शांत होना
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