तू चाहे ले चल जिस ओर
सूझे न कोई मुझे ठोर
ये अपनी बागडोर
मैने तो तुझे सौंप दी
मेरा जीवन है भूलभुलैया
दे दो अपने प्रेम की छैंया
किश्ती पड़ी है मंझधार
पतवार तुझे सौंप दी
सैंया तू है बड़ा चितचोर
मेरा मन है बड़ा कमज़ोर
दिल पे लगे न अब बाण
कमान तुझे सौंप दी
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